मेरी आरजू मेरा मान है वो।
वो मेरा भाई मेरी जान है वो।।
हर दर्द में साथ निभाता है।
जब रोऊँ मुझे हंसाता है।।
सबसे प्यारा सबसे अपना,
मेरी ख़ुशी मेरा अभिमान है वो।
मेरी आरजू मेरा मान है वो।।
सुनी सुनी हर सुबह लगे,
जब वो मायूस हो जाता है।
हर पल रूठा रूठा सा लगे,
जब रूठ वो मुझसे जाता है।।
हर पल में उसको ख़ुशी मिले,
आखिर मेरी मुस्कान है वो।
मेरी आरजू मेरा मान है वो।।
मेरा भाई मूरत अच्छाई का,
अद्भुत है जग से न्यारा है।
जहां रहे वहाँ मुस्कान रहे,
दुनिया में सबसे प्यारा है।।
दया भाव से भरा हुआ,
करुणा और प्यार की खान है वो।
मेरी आरजू मेरा मान है वो।।
मेरा भाई मेरी जान है वो।।
मेरी बहन रश्मि पाण्डेय की कलम से मेरे प्रति उनका प्रेम।
वो मेरा भाई मेरी जान है वो।।
हर दर्द में साथ निभाता है।
जब रोऊँ मुझे हंसाता है।।
सबसे प्यारा सबसे अपना,
मेरी ख़ुशी मेरा अभिमान है वो।
मेरी आरजू मेरा मान है वो।।
सुनी सुनी हर सुबह लगे,
जब वो मायूस हो जाता है।
हर पल रूठा रूठा सा लगे,
जब रूठ वो मुझसे जाता है।।
हर पल में उसको ख़ुशी मिले,
आखिर मेरी मुस्कान है वो।
मेरी आरजू मेरा मान है वो।।
मेरा भाई मूरत अच्छाई का,
अद्भुत है जग से न्यारा है।
जहां रहे वहाँ मुस्कान रहे,
दुनिया में सबसे प्यारा है।।
दया भाव से भरा हुआ,
करुणा और प्यार की खान है वो।
मेरी आरजू मेरा मान है वो।।
मेरा भाई मेरी जान है वो।।
मेरी बहन रश्मि पाण्डेय की कलम से मेरे प्रति उनका प्रेम।
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