Tuesday, September 3, 2013

"माँ की दुआ"

मेरी ज़िन्दगी में जन्नत की तस्वीर है मेरी माँ,
दुनिया में रेहमत की तस्वीर है मेरी माँ,

मैं एक ख्वाब हूँ ज़िन्दगी का
जिसकी तकदीर हैमेरी माँ,,

ज़िन्दगी की मुश्किल राहों में
उजाले की एक राह है मेरी माँ,,

मेरे हर गम मेरे हर दर्द में
एक नया जोश है मेरी माँ,,

मेरी हर नाकामी अब दूर है मुझसे
मेरी हर कामयाबी का "राज" है मेरी माँ,,

छुपा लेती है वह जख्म को मरहम की तरह
मेरे दर्द की दवा है मेरी माँ,,

दुनियां में नहीं कोई मेरी माँ जैसा
ममता की एक ऐसी खदान है मेरी माँ,,,

राज उपाध्याय