Sunday, April 7, 2013

मुहब्बत का सफ़र है...

बड़ी नाजुक है ये मंजिल मुहब्बत का सफ़र है...
धड़क आसानी से ऐ दिल मुहब्बत का सफ़र है..

कोई सुन ले न ये किस्सा बहुत डर लगता है..
मगर डर के भी क्या हासिल मुहब्बत का सफ़र है...

बताना भी नहीं आसान छुपाना भी कठिन है..
खुदाया किस कदर मुश्किल मुहब्बत का सफ़र है...

उजाले दिल के फैले हैं चले आओ न तुम जानम.
बहुत ही प्यार के काबिल मुहब्बत का सफ़र है..

♥♥♥Missing You♥♥♥

राज उपाध्याय

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